
*एंबुलेंस संचालन में गड़बड़ झाला*
*एंबुलेंस फर्जी मरीज ढोती है*
*हर महीने करोड़ो का चुना लगाता है एंबुलेंस विभाग*
अम्बेडकरनगर
सरकार लाख दावा करें देश और समाज भ्रष्टाचार से मुक्त और सुरक्षित समाज बनाने की कोशिश करेंगे परन्तु सरकारी विभाग हमेशा सरकारी धन का दुरपयोग करती नजर आ रही है और समय-समय पर समाचार पत्रों और सोशल मीडिया पर चलती रहती है परन्तु आज एक ऐसे मामलों पर चर्चा करने जा रहे हैं जिस पर अभी किसी की नजर पड़ी ही नहीं ,हम बात करने जा रहे हैं स्वास्थ्य सुविधा के बारे में , स्वास्थ्य सुविधा के महकमा को दूसरा मंदिर और उसके कर्मचारी को धरती का दूसरा भगवान माना गया है परन्तु जब मंदिर और उसमें निवास कर रहे भगवान जब अपने पद और पावर का दुरपयोग करने लगे तो पूजा करने वालों की क्या गति होगी यह तो समय बताएगा
बताना चाहते हैं कि सरकार एंबुलेंस सेवा 108और 102 जनता की भलाई के लिए सरकार संचालित करवा रही है विगत दिनों सूत्रों से जानकारी मिली एंबुलेंस में महाघोटाला हो रहा है और एंबुलेंस फर्जी मरीज ढोती है क्योंकि आंतरिक सूत्रों से पता चला कंपनी वालों को एक मरीज को अस्पताल लाने पर मोटी रकम मिलती है इसलिए एंबुलेंस कंपनी फर्जी फोन करवाकर फर्जी मरीज अस्पताल लाते हैं।
इसके मद्देनजर नजर विकास खंड बसखारी के अन्तर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसखारी पर नजर रखा गया तो सच्चाई का पर्दाफाश हो गया और आंतरिक सूत्रों की खबर सही साबित हुई बताना चाहते हैं लगभग 11 बजे एक एंबुलेंस बसखारी अस्पताल से निकली और जब उसका पीछा किया गया तो वह एम्बुलेंस अस्पताल में खसरों पुर गांव पहुंचती है और 5 मिनट रूकने के तुरंत बाद अस्पताल के लिए वापस रवाना हो जाती है
*जब अस्पताल पर मेडिकल टेक्नीशियन से जब पूछा जाता है*
मेडिकल टेक्नीशियन वह कहता कि एंबुलेंस का प्रचार करने गए थे फिर बात पलटी मारता है बोला कल गाड़ी पंचर हो गई थी आज स्टेपनी लाने गये थे जबकि उस रूट पर कोई पंचर की दुकान है ही नहीं।
*जब इस मैटर पर जी वी कम्पनी के एम्बुलेंस संचालक जिला प्रभारी से बात चीत की गई तो* ….. उनका सिर्फ एक ही जबाब किसी की नौकरी नहीं खानी चाहिए पर सवाल यह उठता प्रति मरीज हजारों का सरकारी धन लूटना कहा तक जायज़ है और कब पड़ेगी इस पर मुख्यमंत्री योगी जी की नजर।